पंजाब से लगभग 3000 km दूर असम की डिब्रूगढ़ जेल में खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को हिरासत में लिया गया है।
डिब्रूगढ़ जेल में अमृतपाल के सहयोगियों को भी रखा गया है। इस जेल में अधिकतर अलगाववादी नेता क़ैद हैं।
अमृतपाल की सुरक्षा भी एक बड़ी चिंता है। ऐसे में 1859 -60 में बनी इस जेल को अधिकारी राज्य की सबसे सुरक्षित जेल मानते हैं।
असम पुलिस के कमांडो जेल के बाहर 24*7 निगरानी करते हैं। और जेल के अंदर की सुरक्षा जेल प्रशासन की होती है।
अलगाववादियों की सेल के बाहर 24 घंटे CRPF के जवान रखवाली करते हैं।
जेल के अंदर और बाहर कड़ी सुरक्षा है। सबूत बताते हैं कि पूरी डिब्रूगढ़ जेल पर 57 CCTV के जरिए नजर रखी जाती है।
शहर के मध्य में स्थित 16 एकड़ की डिब्रूगढ़ जेल को काफी सुरक्षित माना जाता है। यहां बड़ी संख्या में ULFA के उग्रवादियों को हिरासत में लिया गया है।
NSA के तहत कैद के दौरान अमृतपाल को काम नहीं करना पड़ेगा। जेल नियमों के मुताबिक NSA के तहत रखे गए कैदियों से कोई काम नहीं लिया जाता है।