भारत में 2000 रुपये के नोट क्यों बंद किये गए? तथ्य अवश्य समझें।

2016 में भारत सरकार द्वारा 500 और 1000 रुपए के नोट बंद करने के बाद, विकल्प के तौर पर 2000 का नोट जारी किया गया था, जिसका उद्देश्य काले धन को कम करना था।

लेकिन अब RBI द्वारा Clean Note Policy के कारण 2000 रुपए के नोट को प्रतिबंधित कर दिया गया है।

क्लीन नोट पॉलिसी के तहत, बैंक और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट को अनफिट या डैमेज नोटों को सर्कुलेशन से बाहर करना होता है।

क्लीन नोट पॉलिसी को देश में जाली नोटों के सर्कुलेशन पर लगाम कसने के लिए पेश किया गया था। नई क्लीन नोट पॉलिसी को 1 अक्टूबर 2018 से लागू किया गया।

2000 के नोटों को बंद करने का एक मुख्य कारण मनी लॉन्ड्रिंग को माना गया है। 

2000 रुपये के नोटों को बदलने की आखिरी तारीख 30 सितंबर 2023 है।

सरकार द्वारा नोट बदलने की सीमा 20000 रुपये तय की गई है। जिन लोगों का बैंक खाता नहीं है, वे भी अपने पैसे किसी भी बैंक में आसानी से बदलवा सकते हैं। 

सरकार के अनुसार 2000 का नोट; भारत को कैशलेस देश बनाने की दिशा में एक बहुत बड़ा रोड़ा बन गया था। और भारत में UPI की शक्तिशाली प्रणाली को देखते हुए इसे बंद करना आवश्यक हो गया था।

30 सितंबर 2023 के बाद से 2000 के नोटों की वैल्यू जीरो हो जाएगी, जैसा 1000 और 500 के नोटों के साथ हुआ था।